
Tuesday, January 28, 2014
Facebook account of DELTA

Monday, January 27, 2014
The order of extended school timing has been withdrawn
आप सभी को बधाई
सभी शिक्षक संगठनों के भारी विरोध और आपके संयुक्त प्रयासों ने उस विवादस्पद आदेश को वापस करा लिया है जिसमें स्कूल टाईम को बढ़ाया गया था
हम शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी को भी इसके लिए धन्यवाद देते हैं जिन्होंने हम शिक्षकों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया और भविष्य में भी ऐसे ही कल्याणकारी कदमों की आशा करते हैं
परसों Government Aided School Teachers Association (GASTA) के महासचिव श्री राजीव मित्तल जी ने मनीष सिसोदिया जी से भेंट की थी
मंत्री जी ने उनको लगभग डेढ़ घंटे का समय दिया था और उनसे अनेक मुद्दों पर बात की थी और शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली को जानने समझने का प्रयत्न किया था
उन्होंने इस कष्ट दायक आदेश को उसी दिन वापस लेने के लिए कह दिया था और स्पष्ट रूप से कहा था कि सोमवार को यह चार बजे तक वापस हो जायेगा
इसके बाद राजीव मित्तल जी का यह प्रयास अनेक न्यूज पेपर में भी छपा था
अन्य अनेक शिक्षक संगठनों ने भी अपने अपने स्तर पर प्रयास किया था और शिक्षक समाज उनके प्रयासों के लिए भी सदा आभारी रहेगा
पर राजीव मित्तल जी और उनके GASTA संगठन को एक सैल्यूट तो बनता है ....भाई
आप उनके मोबाइल नंबर 09868113427 पर बधाई सन्देश तो भेज ही सकते हैं
आप इस लिंक से उस आदेश को देख सकते हैं
The order of extended school timing has been withdrawn
http://www.edudel.nic.in/upload_2013_14/797_806_dt_27012014.pdf
The memorandum sent to Minister of Education by DELTA
अतः हम DELTA के नेतृत्व पर भी एक मानसिक दबाव था कि हमें भी पहले अपना ज्ञापन अकेले ही देना चाहिए था उसके बाद एकजुटता का प्रयास करना चाहिए था
हमने आज २७/०१/२०१४ को अपना यह ज्ञापन भेजा है
(MailID=2701201400003)
Saturday, January 25, 2014
स्कूलों का बढ़ा हुआ समय शिक्षकों को चिढ़ाने जैसा आदेश लगा है
और ऐसा पहली बार हुआ है जब दिल्ली के शत प्रतिशत शिक्षक इस सरकारी तुगलकी आदेश से चिढ़े पड़े हैं
यह उन परिवारों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है जिनके यहाँ पति पत्नी दोनों ही वर्किंग हैं
अनेक शिक्षक पडोसी राज्यों से दिल्ली में ड्यूटी करने आते हैं और जाड़ों में सुबह 6 :45 बजे स्कूल में उनको केवल इसलिए बुलाया जाएगा चूँकि अगर वे समय पर नहीं पहुंचेंगे तो RTE Act की साख खतरे में पड़ जायेगी
उनसे भी सात आठ घंटे की ड्यूटी लेनी है इसलिए उनको स्कूल में गड्ढे खोदने फिर गड्ढों को मिटटी से भरने के लिए बुला लीजिये
वाह क्या सोच है !
मंत्री महोदय
कल तक सूचना के अधिकार को गांव गांव तक पहुँचाने के लिए आप भी ढपली लेकर गीत गाते चलते थे
जानने का हक़ रे
इस संगठन के लोगों ने आपको इस मंत्रालय तक पहुँचाने में अपना बहुमूल्य समर्थन भी दिया है
अनेक शिक्षक रामलीला मैदान और जंतर मंतर पर आपके साथ बारिश में भींगे हैं
अनेक बच्चों को हमने स्कूल से भगा भगा कर आपके आंदोलन में भेजा
सब भूल गए
स्कूलों में शिक्षकों का समय बढ़ा देने से समस्याएं कम नहीं होंगी
स्कूलों का समय चाहे अपने यू पी जैसा 10 से 4 बजे तक कर दीजिये
पर डबल शिफ्ट स्कूल नहीं सिंगल शिफ्ट स्कूल ही बनाकर दिखा दीजिये इस राजधानी में
दिल्ली आपके कार्यकाल को याद करेगी
पहले कमरे तो बनाइये
पहले शिक्षक तो बढाइये
हर बच्चे को एडमिशन मिले इसका प्रबंध तो कीजिये
RTE Act तो बहुत कुछ कहता है
और प्यारे मित्रों
कल रात से आपके फोन लगातार आ रहे हैं
हमने आपके इस प्यार को व्यर्थ नहीं जाने दिया है
Directorate of Education, MCD, NDMC, Cantonment Board और Public Schools के सभी स्थायी और अस्थायी (Guest Teachers or Contractual Teachers) के भी शिक्षक संगठनों को एक करने के लिए हमने प्रयास शुरू कर दिया है
आज रात तक आठ संगठनों से बात हुई है और सभी ने हमारे आग्रह को तुरंत मान लिया है
कल परसों तक सभी संगठनों की सामूहिक संघर्ष समिति बन जायेगी
हम हर हाल में सोमवार मंगलवार तक संघर्ष समिति बना लेंगे
बैठक का स्थान तय हो चुका है
और दिल्ली सचिवालय के सामने शिक्षक महापंचायत लगेगी
जिसमें दिल्ली के ऐसे शिक्षक संगठन जो एक दूसरे के धुर विरोधी भी रहे हैं
वे भी एक मंच पर दिखेंगे
ऐसा होगा और वह ऐतिहासिक दिन आएगा
आप अपनी हिम्मत मत खोइए
बस प्यार और हौसला बनाये रखिये
दिल्ली के सभी शिक्षक संगठनों को एक मंच पर जोड़ने के लिए हम कमर कस चुके हैं
इस शिक्षक विरोधी सरकार को हम नाकों चने चबवा देंगे
अगले लोकसभा चुनाव में भी और आगे भी
अच्छा होगा जल्दी से जल्दी से जल्दी यह सर्कुलर वापस हो
पर अपनी सोच तो यह है कि इससे भी अच्छा होगा यह सर्कुलर वापस हो पर इनकी धज्जियाँ उड़ने के बाद
तब तक कम से कम दिल्ली में एक सामूहिक संघर्ष समिति तो बन जायेगी जो आगे भी काम आयेगी
इन निरंकुश लोगों को कंट्रोल में रखने के लिए
Friday, December 20, 2013
दिल्ली की शिक्षक विरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने में हम शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है
और डेल्टा की अपील का व्यापक असर भी देखने को मिला था
इसका खुलासा अख़बार की इस रिपोर्ट से हुआ है
दिल्ली के चुनाव में जिनकी ड्यूटी लगी थी ऐसे सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पोस्टल बैलट की सुविधा शुरू की गयी थी और इस बार यह व्यवस्था अन्य वर्षों की तुलना में उत्तम थी
चुनाव में लगे सरकारी कर्मचारियों ने ४ दिसंबर से पहले ही वोट डाल दिए थे
सरकारी ख़ुफ़िया एजेंसियों ने कांग्रेस सरकार को यह सूचना दे दी कि इस बार पोस्टल बैलट से हुए चुनाव में 80 प्रतिशत से भी अधिक कर्मचारियों ने सरकार के विरुद्ध वोट डाला है
ज्ञातव्य है कि जिन सरकारी कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी थी उनमें सबसे अधिक 90 प्रतिशत शिक्षक ही थे और इनमें से अगर 80 प्रतिशत ने इस शिक्षक विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए वोट दिया तो यह हम सभी की बहुत बड़ी जीत थी
दिल्ली में शिक्षकों की तीन प्रमुख यूनियन हैं
1. एक तो सरकारी और कांग्रेस पोषित संगठन है जिसने पिछले 10 -12 वर्षों से सरकार की चाटुकारिता के को ही अपना धर्म मान लिया है
2 . अध्यापक परिषद् भारतीय जनता पार्टी समर्थक शिक्षक संगठन है पर इसने शिक्षक विरोधी कांग्रेस सरकार के विरुद्ध खुली अपील नहीं की और सकुचा के रह गए
3. हम डेल्टा से जुड़े लोग यथा सम्भव किसी भी राजनीतिक पार्टी की चापलूसी नहीं करते और विरोध करना हमारे खून में है इसलिए हम लोगों ने खुली अपील की थी कि कांग्रेस को पटकनी दो
केवल डेल्टा ने इस चुनाव में उस कांग्रेस का विरोध किया था जिसने हम शिक्षकों को सही पे स्केल तक नहीं दिया बंचिंग तो दूर की बात है
दिल्ली के सभी सीनियर शिक्षक आज भी जूनियर से कम वेतन ले रहे हैं और एनोमली दूर करने के लिए हम धक्के खा रहे हैं
नतीजा आपके सामने है
हमने इनको सही सबक सिखाया है और आगे भी हर शिक्षक विरोधी सरकार को एकजुट रहकर धूल चटाएंगे
अगर हम शिक्षक अपनी पर आ जाएँ तो अनेक निरंकुश तानाशाह जमीन सूंघ जाते हैं
इस रिपोर्ट को पढ़िए
(दैनिक जागरण 19 -12 -2013)
http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/19-dec-2013-edition-Delhi-City-page_3-6893-7265-4.html
Tuesday, November 19, 2013
हम चुपचाप रहकर मूकदर्शक बनके न तो जीने वाले लोग हैं, न ही हम सत्ता को निरंकुश हाथों में जाते देख सकते हैं
दिल्ली में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं
पिछले सभी चुनावों में हम केवल चुनाव कर्मी बनके मूक दर्शक बने रहे हैं और जनता जिसे भी चुने उसको अपना भाग्य विधाता मान कर चुपचाप अपनी नौकरी करते रहे हैं
हममें से अधिकतर मानते हैं यही हमें करना भी चाहिए
कोऊ होए नृप हमें का हानि
चेरी छोड़ का होयब रानी।।
यानि कोई भी राजा बने, हमें क्या हानि, हमें तो नौकर ही रहना है
मित्रों हम डेल्टा के लोग कभी भी ऐसी पुरातन मानसिकता के लोग नहीं रहे हैं
हम चुपचाप रहकर मूकदर्शक बनके न तो जीने वाले लोग हैं
न ही हम सत्ता को निरंकुश हाथों में जाते देख सकते हैं

सत्ता किसी की भी हो
किसी भी पार्टी की हो
किसी भी तानाशाह के हाथ में हो
उसके गलत निर्णयों को हम सदा चुनौती देने वाले लोग हैं
कुछ प्रश्न हैं जो अब हमारे सामने हैं
१. हमारी सबसे बड़ी समस्या 17140 के बाद बंचिंग करके सही पे स्केल देने की थी
इस समस्या पर हम शिक्षकों को लगातार बेवकूफ बनाया गया है
और राज्य एवं केंद्र दोनों में ही बैठी काँग्रेस पार्टी की सरकार ने लगातार पांच वर्षों तक झूठे आश्वासन देकर हम लोगों का समय बर्बाद किया है
अभी कुछ महीने पहले एक कांग्रेसी विधायक ने भी हम शिक्षकों को न्यू सेक्रिटेरियट में शिक्षा मंत्री के चैम्बर में बुलाकर बेवकूफ बनाया और लगभग सौ शिक्षकों के सामने बेकार के वादे किये जिनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया
अब हमारे संगठन का सीधा सीधा निर्णय है
हम हर सम्भव कोशिश करके काँग्रेस पार्टी की सरकार का विरोध करेंगे और इसको आगामी चुनाव में हर सम्भव नुकसान पहुंचाएंगे ताकि ऐसी शिक्षक विरोधी सरकार दुबारा सत्ता में न आये
२.अन्ना आंदोलन में हम शिक्षकों ने अपनी ओर से अनेक छात्रों को और शिक्षकों को आंदोलन में भेजा था
तब उद्देश्य भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन मानस की लड़ाई को सम्बल देने का था और हमने बिना किसी स्वार्थ के इस आंदोलन को सहयोग दिया था
परन्तु समय के साथ अन्ना के सहयोगियों का भी असली चेहरा सामने आता गया है
जो अपने ही साथियों के नहीं हुए हैं वे दिल्ली की जनता का भला नहीं कर सकते

इस पार्टी के मंच पर और इसके नेताओं के साथ नक्सलवादी संगठनों में काम करने वाले लोग,
मानवाधिकार के नाम पर अफजल गुरु और कसाब जैसे आतंकियों की फांसी का विरोध करने वाले कम्युनिस्ट संगठन के लोग,
कश्मीर तथा मणिपुर नागालैंड जैसे राज्यों को इस देश से अलग कराने में लगे हुए अलगाव वादी संगठनों के लोग ,
मुजफ्फरनगर में दंगा करवाने वाले मुस्लिम कट्टरपंथियों और फतवा जारी करने वाले मुल्ले मौलवियों के गिरोह के साथ साथ अनेक बड़े बड़े काले कारनामे करने वाले लोगों का नाम सामने आने लगा है
और तो और केजरीवाल गैंग सभी छात्रों को स्कूलों में उर्दू पढ़ना अनिवार्य करने की बात करने लगा है
यह मुस्लिम तुष्टिकरण की वह घटिया राजनीति है जिसने भारत का विभाजन करवाया था और आज भी अनेक निर्दोष नागरिक आतंकवाद के शिकार हो रहे हैं
हम इस तरह की घटिया बातों का विरोध करते हैं
यह केजरीवाल गैंग जगह जगह सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए बहुत ही गलत भाषा में आरोप लगा रहा है और हमें सुधार देने की धमकी देता घूम रहा है
हम ऐसी असभ्य भाषा का विरोध करते है और अनुरोध करते हैं कि पहले हमारी समस्याओं को सुना जाय कि हम चाहकर भी क्यों बहुत अच्छा नहीं कर पाते जबकि हममें मेधा भी है और क्षमता भी है
३. आज देश गुजरात में एक नए राजनीतिक प्रयोग को देख चुका है
वहाँ अनेक क्षेत्रों के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत बड़ा विकास हुआ है
आप कभी समय निकाल कर उस गुजरात के किसी एक क्लासरूम का चित्र इंटरनेट से खोजिये जिसमें वोट पड़ते हैं
हर कमरे में लगे हुए सुन्दर ब्लैक बोर्ड कंप्यूटर और सुन्दर दीवारें एक विदेशी क्लासरूम का आभास कराती हैं
हमें और क्या चाहिए
जिस तरह एक महिला को सुन्दर रसोई चाहिए वैसे ही हमें पढने पढ़ाने के लिए एक सुन्दर क्लास रूम तो दीजिये, श्रीमान
५. अंत में बिना किसी लाग लपेट के यही कहना है
हम नरेंद्र मोदी जी के विकास के मॉडल को दिल्ली के स्कूलों में देखना चाहते हैं
हम सभी डेल्टा के सदस्य आगामी चुनाव में नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने और दिल्ली में डॉ हर्षवर्धन जी के नेतृत्व में एक साफ़ सुथरी सरकार बने इसके लिए अपनी ओर से हर तरह का प्रयास करेंगेऔर हम सफल होंगे, पूर्ण विश्वास भी है
यही राष्ट्र हित में है
यही देश हित में है
Tuesday, April 30, 2013
Service book details and pay fixation papers of Kamalchand and Pinki uploaded for Stepping up of pay upto 17140 and Anomaly Removal of TGT in Directorate of Education, Delhi

The junior officials are getting higher pay than their seniors due to anomaly.
A newly recruited TGT has to be fixed minimum on Rs. 17140 (BP 12540 + GP 4600) if he is being appointed on 01/01/ 2006 or after this date.
This recommendation caused many anomalies in pay fixation of TGT who were recruited or promoted before 01/01/2006.
The date of appointment of Mr. Kamalchand, TGT was on 16/01/2006 and Mrs. Pinki Devi on 03/01/2006 and they were awarded higher pay starts than their seniors.
We all have uploaded the pay –fixation papers of these teachers foe your convenience and you all are suggested to download the papers from the website of DELTA and prepare file for the claim of stepping–up.
The anomaly of all TGT in Delhi has to be rectified on the basis of these two teachers.
This is only for the stepping up of pay of the seniors up to juniors and this is not the end of the problem.
DELTA has demanded BUNCHING with 01 increment after every 02 years as it was suggested by 6th Pay commission.
The pay scales with BUNCHING were first of all displayed by DELTA on its website www.delta.org.in and on its page named as DOWNLOAD in September 2008 all over the country and we got vast support and appreciations from all educationists for suggesting the right way of pay fixations.
DELTA salutes and thanks to all those teachers also who have approached to court and CAT for higher pay start over Rs. 17140 for TGT and we wish them all of the best for getting positive decisions which are eagerly awaited. After stepping up of pay up to juniors we all have to fight for getting BUNCHING and we hope co-operation from you all.
Sunday, July 1, 2012
All schools will remain closed up to 08 July 2012
All public schools will remain closed too which are called as un-aided recognised schools in the circular flashed on www.edudel.nic.in
It is a general practice that public schools violate these Govt. orders and keep open their schools in extreme cold or summer too.
Friends,
You all are advised to prepare videos and capture photographs of such Public Schools whose buses are plying on roads full with students.
These public schools need a lesson and get prepared with your mobiles and cameras.
Tuesday, June 19, 2012
Online attendance of all schools should be carefully watched daily and collected to nab those who are habituated to bunk their duty
The school timings has been changed from 10 AM to 5 Pm for both shifts.
NDTV is very keen on inviting you to join us
Ø Venue : NDTV, Archana Complex, GK Part-1
Kindly send us the views/questions that you would like to bring out during the course of the show along with your confirmation for the talk show.
Your positive and early response will help us to plan the talk show better.
Thanks and Regards
Manas Arjun
Audience Research Cell
NDTV
Monday, April 9, 2012
सरकारी स्कूलों के छात्र भी देंगे वीकली टेस्ट

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को भी अब वीकली टेस्ट के लिए तैयार रहना होगा। पब्लिक स्कूलों की तरह अब सरकारी स्कूलों में भी वीकली टेस्ट होंगे। सरकारी स्कूलों के बच्चों को स्मार्ट बनाने की कवायद के तहत शिक्षा निदेशालय यह आदेश जारी किया है। इसमें सतत समग्र मूल्यांकन (सीसीई) के तहत ही वीकली टेस्ट देने को कहा गया है। वीकली टेस्ट में न केवल सभी विषयों को शामिल किया गया है, बल्कि इसके लिए सप्ताह के दो दिन मंगलवार और बृहस्पतिवार का चयन भी किया गया है। इन दोनों दिनों में स्कूल खुद कक्षाओं को विभाजित करेंगे। शिक्षा निदेशालय की अतिरिक्त निदेशक (परीक्षा) डॉ. सुनीता एस. कौशिक ने इस बाबत बीते चार अप्रैल को सभी स्कूलों को आदेश जारी कर दिया है। कौशिक ने स्कूलों के प्रिंसपल से कहा कि वे न केवल वीकली टेस्ट शुरू करें, बल्कि छात्रों को सीसीई के तहत एसाइनमेंट, प्रोजेक्ट, एक्टिविटीज भी कराएं ताकि उनके अंदर सृजनात्मकता पैदा हो सके। शिक्षा निदेशालय के आदेश के मुताबिक इसी हफ्ते से स्कूलों में वीकली टेस्ट शुरू हो जाएंगे। वीकली टेस्ट में कक्षा 4 से कक्षा 12 तक छात्रों को शामिल किया गया है। टेस्ट के लिए शिक्षा निदेशालय ने अपना एक प्रारूप भी तैयार कर दिया है ताकि बच्चों के प्रदर्शन की भी जांच की जा सके। शिक्षा निदेशालय की इस पहल पर पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा और वंदना कपूर ने बताया कि यह निदेशालय की बहुत ही अच्छी पहल है। आम तौर पर यह देखा जा रहा था कि सरकारी स्कूलों में केवल वार्षिक परीक्षा होने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति कुछ अलगाव हो जाता है। वहीं, पब्लिक स्कूलों में हर सप्ताह टेस्ट होने से कक्षा में बच्चों के बीच बेहतर करने की दिलचस्पी बढ़ती है, जिससे वे पढ़ने के लिए लालायित रहते हैं। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के एसोसिएशन डेल्टा के महासचिव मदन मोहन तिवारी ने कहा कि इस पहल से वाकई सरकारी स्कूलों के बच्चों को फायदा होगा। उन्हें भी हर सप्ताह बेहतर करने की दिलचस्पी बढ़ेगी। आपको बता दें कि राजधानी में सरकारी स्कूलों की संख्या 937 है। यहां 14 लाख के करीब छात्र पढ़ाई करते हैं। कक्षा 4 से कक्षा 12 तक, जिनमें वीकली टेस्ट होंगे उन कक्षाओं में बच्चों की संख्या नौ लाख से अधिक है। शिक्षा निदेशालय इससे पहले खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए राजधानी के सौ स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए चुना था।
Friday, March 23, 2012
सूचना के अधिकार से खुलेंगे रास्ते


Sunday, December 18, 2011
छात्राओं की सुरक्षा की अनदेखी

Saturday, October 15, 2011
हमने दिल से काम नहीं किया

इसके लिये हमने उस विद्यालय के शिक्षकों के साथ दिल्ली के अनेक विद्यालयों से हस्ताक्षर मंगवाए थे, जिन्हें मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को सौपना था।
मगर आप सभी ने इस दिशा में शुरुआती उत्साह दिखाया और समय बीतने के साथ आपका आक्रोश ठंडा पड़ता चल गया।
हमें उम्मीद से काफी कम हस्ताक्षर मिले और हमें खेद है कि हम आपके अपमान के विरुद्ध हस्ताक्षर जुटाने में कड़ी मेहनत नहीं कर सके।
हमारी रणनीति में कुछ कमी थी और कुछ अति उत्साह भी था।
हम अपने साथ दिल्ली के उतने संगठनों को भी नहीं जोड़ सके जितना हम सोच रहे थे।
कोई बात नहीं... हमने यह तो जाना कि जल्दीबाजी में उठाया गया कदम मजबूती से नहीं उठता.
Our Fourth Glorious Year

RTI needs careful handling

CIC has diluted the process of filing RTI applications for inspection of records and it is not in favour of anyone.
Even the Education Minister Arvinder Singh Lovely was surprised to know how local JHOLA CHHAP leaders of different political parties are now trying to insult teachers on the name of social audit.
Tuesday, September 6, 2011
Wednesday, August 24, 2011
Saturday, August 13, 2011
क्लर्कों और अधिकारियों पर भी होगी समय से ऑफिस पहुंचने की सख्ती

Sunday, July 3, 2011
We were called in meeting of CIC on Section 4 implementation

Friends,
DELTA was called in a meeting held under aegis of Central Information Commission on 03/07/2011.
Our General Secretary Madan Mohan Tiwari and Vice President Nawab Singh atttended the meeting.
DELTA convey its heartiest gratitude to CIC for recognising and inviting us as a leading group working in the field of Education and RTI.
You all are requested to monitor all the decisions given by CIC in Education sector and write complaint to us or directly to the CIC if any violation of Section -4 of RTI is noticed.
The invitation letter :-
Dear Friend,
The Central Information Commission has been trying to usher in transparency in the functioning of Government authorities. It is our endeavor to put information which concerns the public at large in the public domain by directing public authorities to put such information on their websites. The Right to Information Act held out a great hope in the form of suo moto disclosures mandated by Section 4. This would increase the transparency and accountability, and is a requirement of Section 4 of the RTI Act. Even though the Commission has issued various orders for putting specific information which concern the public at large, however monitoring compliance of such orders is a big challenge and the Commission is unlikely to have adequate resources to do full justice to this job.
I am hopeful that civil society groups and individuals can assist the Commission in this endeavor by suggesting what kind of information should be disclosed by public authorities on a priority basis and also suggest the format in which the information would be most useful to the citizens.
The information already available on the websites has been possible through input and co-operations of the civil society. I would be happy to meet you to get inputs on how to increase transparency and publication of specific categories of information on government websites for the general public as well as monitoring the actual implementation of these orders. Kindly come with your suggestions and formats of the information you believe should be displayed suo moto by different Delhi Govt. depts.
In this regard I extend an invitation to you to attend a meeting on 3rd July, 2011 at the venue given below.
Regards,
(Shailesh Gandhi)
Information Commissioner
Time: 10.30- 12.30
Venue: Rajendra Prasad Auditorium,
Institute of Secretariat Training and Management (ISTM), Administrative Block,
Old JNU Campus, Olof Palme Marg,
Delhi-110067.
Please confirm your presence through a message or call on 9213155390 or email on rtimonitoring@gmail.com prior to 1st July, 2011.
Office of Information Commissioner Mr. Shailesh Gandhi
कार्यालय सूचना आयुक्त श्री शैलेश गाँधी,
Central Information Commission
केंदीय सूचना आयोग,
Club Building, Opp. Ber Sarai Market,
सभा भवन, बेर सराय बाज़ार के सामने,
Old JNU Campus, New Delhi 110067, INDIA
पुराना जवाहर लाल नेहरु विव्श्वविदयाला कैंपस,
नई दिल्ली - ११००६७ , भारत
Tel No. 91-11-26161796,
दूरभाष क्रमांक : ९१ - ११- २६१६ १७९६
We are a file-less office.
Wednesday, June 29, 2011
Experienced Guest teachers should be appointed again...it is not wise to waste time in another apply, search and appointment

Tuesday, June 28, 2011
Attendance by Biometric System in DoE... why for teachers only...why not for officers and clerks too...are they being found on their seats..??

Thursday, April 28, 2011
No admission test in class IX th

Saturday, April 23, 2011
शिक्षकों को हटाने के बाद खरीदे कंप्यूटर .... कबाड़ से

Computers re-purchased from OC of Commonwealth Games despite of CBI inquiries

सत्ता का नशा सर चढ़ गया है... इस शिक्षा समिति के अध्यक्ष को

नवीं कक्षा में दाखिले को लेकर पसोपेश में हैं सभी

Sunday, April 3, 2011
Confirmation of Membership

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We are happy to inform you that DELTA is going to confirm all those persons as our members who had filled online membership form upto December 2010. We have decided recently to pay same 'Consultancy Fees' to qualified teachers also who knows rules, regulations very well and can serve, guide fellow teachers. We usually pay heavy consultancy charges to eminent lawyers to serve educationists but selective members were being benefitted by us. Now you can join the team of Consultants of DELTA if have interest in rules, regulations etc. We were not in a position to approve all persons as our members due to lack of 'Knowledgeful Human Resources'. Now some new qualified Educationists have joined our team. We are now in a position to clear all backlog provisional membership requests which were done upto December 2010. You can join by paying membership contribution/donation. Please 'write us ' to pay the contribution/ donation.