Saturday, July 25, 2009

इतनी इंग्लिश तो मेरे कुत्ते भी समझ लेते हैं...

हमारी कुत्ते वाली मैडम भी चली गयीं। आपको याद ही होगा उन्होंने शिक्षकों के सेमिनार में क्या कहा था। इंग्लिश सभी भाषाओं की माँ है...जो इंग्लिश नहीं जानता वो कुत्तों से भी गया गुजरा है। आपको इंग्लिश आनी चाहिए... इसीलिए वो जब भी मिलती थी , पूरे तीन -चार बार गुड मोर्निंग,गुड मोअर्नीन्न्ग, गुड......मोर्निन्न्ग, आई से गुड मोर्निन्न्ग....जरूर बोलती थी ।

अब ये बात अलग है कि आप लोग तब भी उसकी गुड मोर्निंग का जवाब नहीं देते थे। बस मन ही मन कुढ़ते रहते थे। अन्दर अन्दर जितनी गालियाँ दे सकते थे, दे लेते थे।
अन्दर अन्दर इसलिए चूँकि खड़े होकर उसकी गुड मोर्निग का जवाब देने पर सस्पेंड कर देती थी .....सुश्री...
"अब तो गाली खाकर भी बेमजा होते नहीं,
जिस्म ठंडा हो चुका, खूँ में रवानी भी नहीं...."
(कुमार पाशी)
मगर अब हम 'पोजिटिव' सोचने लगे हैं।उन्होंने हमको 'युवा' बने रहने और पोजिटिव सोचते रहने को कहा है।

ये अलग बात है कि हमारे साथ ऐसे लोग भी हैं जो सोचते हैं कि सर्व शिक्षा अभियान के पैसों को नाली में बहाया गया है.

उपलों में घी जितना भी डालो ...रहना उपले ही है, जिस दिन भी जलाना हो, आंखों में धुंआ भरेगा ही।

फिर भी, हम इंग्लिश सीख रहे हैं मैडम जी ... यू एंड योर डॉग्स कैन वाक इंग्लिश, टाक इंग्लिश बिकाज इंग्लिश इज वेरी 'फन्नी' लैंग्वेज....

हमारी कितनी चिंता रहती थी ...बिचारी को ...तभी तो कहा था कि दिल्ली के तुम शिक्षकों को इतनी इंग्लिश भी नहीं आती जितनी मेरे कुत्ते समझ लेते हैं...

अब हम थोड़ा थोड़ा समझ रहे हैं कि ये बड़े लोग कुत्तों को क्यों अपने बच्चों, अपने पति से भी ज्यादा प्यार करते हैं।

ये 'डोग्गी' कैन अंडरस्टैंड इंग्लिश, 'फन्नी' इंग्लिश, पीपुल लाईक यू कैन 'अंडर स्टैंड इंग्लिश'....

आप जहाँ भी रहें सुखी रहें,आबाद रहें,
पटना रहें, गोवा रहें या इलाहाबाद रहें,
बुरी नजर रखने वालों को जूते मिलें...
आपको इंग्लिश समझने वाले कुत्ते मिलें....
जय हो....

Friday, July 24, 2009

अफवाहों पर ध्यान न दें

कुछ समय पहले 3 जुलाई को एक सर्कुलर जारी हुआ था। उसमें टी जी टी को अपग्रेड करके 7450 का स्केल देने की बात थी। यह भारत सरकार के गजट के साथ जारी हुआ था। बस, पूरे शिक्षक समाज में चर्चा चल गयी कि 7450 का स्केल मिल गया और अब बेसिक को 7450 से गुणा करके फिर से फिक्सेसन किया जायेगा।मित्रों, 7450 को कभी भी 1.86 से गुणा नही किया जा सकता। 6CPC के Rule-7 में "Existing basic Pay" को 1.86 से गुणा करके और एंट्री स्केल देने के बाद उस स्टेज तक बंचिंग करने की बात कही गयी है जहाँ पुराने बेसिक और नए बेसिक का अनुपात 1.86बैठ जाता है। मित्रों, इस आदेश में नया कुछ भी नहीं था। एक टाइपिंग 'मिस्टेक' थी, बस। उसे सुधार कर गजट को फिर छापा गया था। पहले पेज 47 (XVII) पर गलती से टी जी टी ग्रेड-I के लिये PB-2 छप गया था जिसे सुधार कर PB-3 छापा गया था। बस इसी बात का सर्कुलर था। आप पुराने 'मठाधीशों' के प्रवचनों के चक्कर में फिर आ गए थे। ये महानुभाव कल तक हल्ला मचा रहे थे कि बेसिक को 2.28 से गुणा किया जायेगा और इसके आदेश 'ऊपर से' 15 दिन में आने वाले हैं, वो पूरे 6-7 महीने तक आसमान तकते रहे हैं, कुछ नही उतरा है।
दिल्ली में एनोमली कमिटी काम नहीं कर रही है। आप तैयार रहें, लगता है सितम्बर में कोर्ट में ही चलना पड़ेगा।
"तुम्हें गैरों से कब फुर्सत,
हम अपने गम से कब खाली,
चलो हो चुका 'मिलना'
ना तुम खाली, ना हम खाली'....

Wednesday, July 1, 2009

आज केवल बच्चों की छुट्टी थी


आज सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गयी थी।
कल जिन शिक्षकों को सेमिनार में बुलाया गया है, उनको तो अलग अलग जगहों पर पहुँच कर सेमिनार की शोभा बढानी है और जिनको नहीं बुलावा आया है उनको स्कूल की शोभा बढानी है। जितनी हड़बड़ी में, जल्दी जल्दी और रोज बदलने वाले आदेश निकल रहे हैं, उसको देखकर शोले फ़िल्म के उस जेलर की याद आती है जो अपने सिपाहियों से कहता था ....हें... मैं अग्रेजों के जमाने का जेलर हूँ ...हें... आधे इधर जाओ, आधे उधर जाओ, बाकी मेरे पीछे आओ...हें...

We had moved Writ Petition in Hon'ble High court but landed in CAT


A writ petition seeking stay on all seminars, training , special classes, summer workshops etc had been moved in the Hon'ble High court of Delhi on 18th May. The Hon'ble High Court Of Delhi forwarded the case to the Hon'ble CAT. The first hearing in the CAT was on 19 th June 2009. The CAT advised not to seek stay on the seminars as the last stages were running. But the Hon'ble Judges of Principal Bench listened this case no.OA/1665/2009 (Madan Mohan vs.Union of India) sympatheticaly and admitted the case to hear again on 29th July.The main points put before the Hon'ble CAT are -
(A) The remuneration against the duty performed in summer vacation in the form of EL or HPL has not been made clear by the DOPT after 11/11/2008.
(B) Transport Allowance for the summer vacation is not being paid to us as this is being considered as "leave period". But according to a clear cut order by the Govt of India the "vacation is not a period spend on leave and therefore teachers are entitled for transport allowance without any signature for a single day in their schools."
(C) If a teacher is not being paid Transport allowance in summer vacation then what about the part of CCA (City Compensatory Allowance ) which was "subsumed" as transport allowance.
(D) The Education deptt is a vacational deptt and we all are losing 20 Earned leave and 20 Half pay leave every year costing about Rs 20000 per year to enjoy the vacation, in comparison to other employees of a non-vacational department Then what is the justified motto to issue an order compelling and "directing" us to do seminar in summer vacation or winter break, autumn break.
(E) First it must be made clear to a labourer about the amount of payment and compensation before calling him on the work.
Friends, this case will effect the mis-management of education departments and lakhs of teachers are waiting for the final decisions throughout the country. If you think that we are doing 'something' for the betterment of educationists you all are requested to fill online membership form only and provide all kinds of support to DELTA ....