Thursday, June 26, 2008

सूचना का अधिकार हमारा 'ब्रह्मोस' बनेगा


अब हम में से कुछ सूचना के अघिकार का प्रयोग करने,कराने लगे हैं। यह एक अच्छी शुरुआत मानी जाएगी। हमारा काम आपको अपने अधिकारों के बारे में बताना है, बस.....आने वाले समय में हर कोई जब अपने लिए ख़ुद ही संघर्ष करने को तैयार रहेगा तब हमारा काम सही दिशा में माना जाएगा। हमने बहुत सी किताबें पढ़ी थीं , जब हमें नौकरी चाहिए थी। अब तो पूरा समय है। नियम तथा सर्विस-मैटर की किताबें पढ़ जाएँ। गाँधीजी ने कहा था कि हर किसी को अपना गाँधी ख़ुद बनना होगा,तभी आज़ादी मिलेगी। हमें अपने ज्ञान को बढ़ाना होगा तभी हम सर उठा के सेवा कर सकेंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़े-बड़े मगरमच्छ हैं। भ्रष्ट नौकरशाह और राजनेता हैं। इनको नाथना होगा, नकेल डालनी होगी। अगर आप ख़ुद नहीं चाहते कि सूचना मांगें तो हम लोगों को लिखें या हमारी बताई संस्थाओं या लोगों से मिल लें, उनको सारी बातें बता दें। सूचना का अधिकार हमारा 'ब्रह्मोस' है ,सही निशाना लगा दें और साक्षी भाव से दुनिया को देखते रहें.....बस...........