Wednesday, September 3, 2008

माननीय हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया

आज दिल्ली नगर निगम के हजारों शिक्षक भाइयों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी दोपहर में मिली है। जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली नगर निगम द्वारा एक बहुत ही अपमानजनक आदेश निकाला गया था कि सुबह की पाली में जिसमें बच्चियां पड़ती हैं, उनसे पुरूष अध्यापकों को हटाया जायेगा। ऐसा पिछले दिनों कुछ अखबारों में गन्दी ख़बरों के छपने के बाद हुआ था। हम मानते हैं कि हमारे पेशे में कुछ नकाबपोश अपराधी जरूर आ गए होंगे परंतु इसके लिए पूरे शिक्षक समाज को अपमानित ना करें,प्लीज। अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ इस मुद्दे को हाईकोर्ट में ले गया था और आज उन्होंने पूरे समाज की इज्जत रख ली। इसके लिए गुरुदेव भगत सिंह दहिया जी एवं श्री रामचन्द्र डबास जी की पूरी टीम को साधुवाद मिलना चाहिए। पारसनाथ भाई, आपने बहुत बड़ा काम किया है। आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।
भाइयों, क्या आपको पता है कि आपके सम्मान की लड़ाई लड़ने में कितनी आर्थिक परेशानियां आती हैं। हजारों रुपये खर्च हुए हैं और ये दो-चार लोगों ने दिया है। क्या आपका फ़र्ज़ नहीं बनता कि इस युद्ध में साथ दें। आपको आर्थिक सहायता करनी चाहिए। आज इस जीत के दूरगामी परिणाम होंगे। इस फैसले से दिल्ली सरकार शिक्षा विभाग के सेकंडरी स्कूलों के शिक्षकों को भी फायदा होगा।
फिलहाल, गुरुदेव भगत सिंह दहिया जी, रामचंद्र डबास जी, पारसनाथ मिश्रा जी को धन्यवाद जरूर दें और एक बार आर्थिक सहायता के लिए जरूर पूछें। यही आपका धर्म है......