डा० मनमोहन सिंह,
माननीय प्रधानमंत्री,
भारत सरकार,
साउथ ब्लाक,नईदिल्ली
विषय- शिक्षकों और गैर शैक्षणिक स्टाफ को अर्जित अवकाश की सुविधा पुनः देने हेतु।
महोदय,
कार्मिक और पेंशन मंत्रालय ने एक दुखद आदेश संख्या 13013/2/2008-Estt(L) दिनांक 11-11-2008 द्वारा देश भर के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं गैर शैक्षणिक समुदाय के लिए अर्जित अवकाश की सुविधा बंद करके हाफ पे लीव की सुविधा लागू कर दी है। इस आदेश से लाखों शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी दुखी हैं। इस सुविधा को भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने शुरू किया था। उनके इस सहानुभूति पूर्ण निर्णय की आज भी प्रशंसा होती है। अब शिक्षक समुदाय अपनी छोटी छोटी जरूरतों के समय भी झूठे मेडिकल सर्टिफिकेट देने को बाध्य होगा जो हम लोगों को नैतिक रूप से मजबूत नहीं रख सकेगा। रिटायर होने के बाद अर्जित अवकाश की राशि हमारा एक मजबूत सहारा होती है जो सामाजिक दायित्वों के निर्वाह के लिए अत्यन्त आवश्यक भी है। हम सदा ही सरकार को अपने संरक्षक के रूप में देखते हैं। सर्व शिक्षा अभियान में हमेशा ट्रेनिंग होते रहने के कारण हमारी छुट्टियों की संख्या काफी कम हो गयी हैं। हम अपने परिवार के लिए भी समय नहीं निकाल पाते। आप स्वयं एक शिक्षक रहे हैं और आपसे बेहतर हमारी जरूरतों को कौन समझ सकता है! उम्मीद है, आप हमें 30 अर्जित अवकाश एवं 20 हाफ पे लीव की सुविधा देने पर अवश्य विचार करेंगे।
प्रार्थी
समस्त विद्यालय परिवार
आप इसी तरह के पत्र टाइप करके या हाथ से लिखकर समस्त स्टाफ के हस्ताक्षर के साथ मर्यादित भाषा में महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल,भारत सरकार एवं श्रीमती सोनिया गांधी, चेयरमैन,संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन, 10 जनपथ नयी दिल्ली को भी भेजें। पत्रों की भाषा को थोडी बहुत जरूर बदल दें, मगर मूल भाव एक रहे।
ऐसे ४ लाख हस्ताक्षर युक्त पत्र भेजने का निर्णय अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ,जनकपुरी,नई दिल्ली के सुझाव के आलोक में लिया गया है।
इस विवादास्पद आदेश को पढने के लिए आप इस लिंक को क्लिक करें-http://persmin.gov.in/WriteData/CircularNotification/ScanDocument/No.13013_2_2008-Estt.%20(L).pdf
आप सभी तन मन धन से इस अभियान को सफल बनायेंगे, हमें पूरी उम्मीद है.....