
अतिथि शिक्षकों को एक माह का सेवा विस्तार
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : राजधानी के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए जिन अतिथि शिक्षकों (गेस्ट टीचर) को कुछ माह पहले रखा गया था उन्हें शिक्षा निदेशालय ने फिलहाल एक माह का सेवा विस्तार दे दिया है। ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब पांच हजार है। पिछले साल अगस्त-सितंबर में रखे गए इन अतिथि शिक्षकों की सेवा 28 फरवरी को समाप्त हो गई। लिहाजा शिक्षा निदेशालय ने एक सरकुलर जारी कर उनकी सेवा को 31 मार्च तक बढ़ाया है। निदेशालय के सूत्रों की मानें तो इन शिक्षकों को लंबा विस्तार 31 मार्च के बाद दिया जा सकता है। दरअसल राजधानी के करीब 1000 सरकारी स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी है। इसके चलते पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ता देख गत वर्ष शिक्षा निदेशालय ने विज्ञापन देकर पांच हजार के करीब अतिथि शिक्षकों भर्ती किए थे। इन्हें 28 फरवरी 2011 तक के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन इसी बीच सप्ताह भर पहले सभी अतिथि शिक्षकों ने जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया और उन्हें न केवल सेवा विस्तार देने की मांग उठाई बल्कि पूर्ण रूप से स्थाई करने की मांग मुख्यमंत्री से की। उनका कहना था कि उनके पास वे सभी शिक्षा हैं जो कानूनन होनी चाहिए। उनकी मांग पर ध्यान देते हुए फिलहाल शिक्षा निदेशालय ने उनका सेवा विस्तार 31 मार्च तक कर दिया है। सूत्रों का साफ कहना कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है और 31 मार्च के बाद सभी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी लिहाजा इन शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखाना आसान नहीं होगा। मजबूरी में निदेशालय को इन्हीं शिक्षकों से काम चलाना पड़ेगा। सरकारी स्कूल शिक्षक एसोसिएशन डेल्टा के महासचिव मदन मोहन तिवारी का कहना है कि जब तक सरकार शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं करती, तब तक इन अतिथि शिक्षकों को हटाना टेढ़ी खीर है। अगर बिना किसी नई व्यवस्था के इन्हें हटाया गया तो बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा।