Saturday, January 25, 2014

स्कूलों का बढ़ा हुआ समय शिक्षकों को चिढ़ाने जैसा आदेश लगा है

स्कूलों का बढ़ा हुआ समय शिक्षकों को चिढ़ाने जैसा आदेश लगा है जो केवल परेशान करने के लिए जारी किया गया है
और ऐसा पहली बार हुआ है जब दिल्ली के शत प्रतिशत शिक्षक इस सरकारी तुगलकी आदेश से चिढ़े पड़े हैं

यह उन परिवारों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है जिनके यहाँ पति पत्नी दोनों ही वर्किंग हैं

अनेक शिक्षक पडोसी राज्यों से दिल्ली में ड्यूटी करने आते हैं और जाड़ों में सुबह 6 :45 बजे स्कूल में उनको केवल इसलिए बुलाया जाएगा चूँकि अगर वे समय पर नहीं पहुंचेंगे तो  RTE Act की साख खतरे में पड़ जायेगी
उनसे भी सात आठ घंटे की ड्यूटी लेनी है इसलिए उनको स्कूल में गड्ढे खोदने फिर गड्ढों को मिटटी से भरने के लिए बुला लीजिये
वाह क्या सोच है !


मंत्री महोदय
कल तक सूचना के अधिकार को गांव गांव तक पहुँचाने के लिए आप भी ढपली लेकर गीत गाते चलते थे
जानने का हक़ रे
इस संगठन के लोगों ने आपको इस मंत्रालय तक पहुँचाने में अपना बहुमूल्य समर्थन भी दिया है
अनेक शिक्षक रामलीला मैदान और जंतर मंतर पर आपके साथ बारिश में भींगे हैं
अनेक बच्चों को हमने स्कूल से भगा भगा कर आपके आंदोलन में भेजा
सब भूल गए

स्कूलों में शिक्षकों का समय बढ़ा देने से समस्याएं कम नहीं होंगी
स्कूलों का समय चाहे अपने यू पी जैसा 10 से 4 बजे तक कर दीजिये
पर डबल शिफ्ट स्कूल नहीं सिंगल शिफ्ट स्कूल ही बनाकर दिखा दीजिये इस राजधानी में
दिल्ली आपके कार्यकाल को याद करेगी

पहले कमरे तो बनाइये
पहले शिक्षक तो बढाइये
हर बच्चे को एडमिशन मिले इसका प्रबंध तो कीजिये
RTE Act तो बहुत कुछ कहता है

और प्यारे मित्रों

 कल रात से आपके फोन लगातार आ रहे हैं
 हमने आपके इस प्यार को व्यर्थ नहीं जाने दिया है
Directorate of Education, MCD, NDMC, Cantonment Board और Public Schools के सभी स्थायी और अस्थायी (Guest Teachers or Contractual Teachers) के भी शिक्षक संगठनों को एक करने के लिए हमने प्रयास शुरू कर दिया है

 आज रात तक आठ संगठनों से बात हुई है और सभी ने हमारे आग्रह को तुरंत मान लिया है
 कल परसों तक सभी संगठनों की सामूहिक संघर्ष समिति बन जायेगी
 हम हर हाल में सोमवार मंगलवार तक संघर्ष समिति बना लेंगे

 बैठक का स्थान तय हो चुका है
 और दिल्ली सचिवालय के सामने शिक्षक महापंचायत लगेगी
 जिसमें दिल्ली के ऐसे शिक्षक संगठन जो एक दूसरे के धुर विरोधी भी रहे हैं
 वे भी एक मंच पर दिखेंगे

 ऐसा होगा और वह ऐतिहासिक दिन आएगा
 आप अपनी हिम्मत मत खोइए
 बस प्यार और हौसला बनाये रखिये
 दिल्ली के सभी शिक्षक संगठनों को एक मंच पर जोड़ने के लिए हम कमर कस चुके हैं
 इस शिक्षक विरोधी सरकार को हम नाकों चने चबवा देंगे
 अगले लोकसभा चुनाव में भी और आगे भी
अच्छा होगा जल्दी से जल्दी से जल्दी यह सर्कुलर वापस हो

पर अपनी सोच तो यह है कि इससे भी अच्छा होगा यह सर्कुलर वापस हो पर इनकी धज्जियाँ उड़ने के बाद
तब तक कम से कम दिल्ली में एक सामूहिक संघर्ष समिति तो बन जायेगी जो आगे भी काम आयेगी
इन निरंकुश लोगों को कंट्रोल में रखने के लिए

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